"हिंदी पखवाड़ा मनाएं, राष्ट्रभाषा को घर-घर पहुंचाएं!"
हिंदी पखवाड़ा के उपलक्ष्य में हमारी संस्था में दिनांक 9/9/2025 को एक भव्य हिंदी पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया। इस प्रदर्शनी में विभिन्न विधाओं की हिंदी पुस्तकों का प्रदर्शन किया गया, जिसमें उपन्यास, कविता, निबंध, आत्मकथाएँ एवं बाल साहित्य प्रमुख रहे।
प्रदर्शनी में छात्रों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और हिंदी साहित्य की समृद्ध विरासत से रूबरू हुए। यह आयोजन हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार तथा पठन-पाठन की संस्कृति को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास रहा।
हिंदी पुस्तक प्रदर्शनी के महत्व
1. हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार:
प्रदर्शनी हिंदी पुस्तकों के माध्यम से लोगों को हिंदी भाषा में पढ़ने की प्रेरणा देती है, जिससे हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा मिलता है।
2. हिंदी साहित्य से परिचय:
यह प्रदर्शनी पाठकों को प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकारों, कवियों और लेखकों की रचनाओं से परिचित कराती है, जिनके योगदान से भाषा समृद्ध हुई है।
3. नवीन लेखकों को मंच:
नए और युवा लेखक अपनी रचनाओं को प्रदर्शनी में प्रस्तुत कर सकते हैं, जिससे उन्हें पहचान और प्रोत्साहन मिलता है।
4. पठन संस्कृति को बढ़ावा:
प्रदर्शनी बच्चों, युवाओं और वयस्कों में पढ़ने की आदत को विकसित करने में मदद करती है, जो एक शिक्षित समाज के निर्माण में सहायक है।
5. सांस्कृतिक जुड़ाव:
हिंदी पुस्तकें केवल भाषा ही नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, परंपराओं और मूल्यों को भी जीवित रखती हैं।
6. शैक्षणिक जागरूकता:
विद्यालय में आयोजित हिंदी पुस्तक प्रदर्शनी छात्रों और कर्मचारियों को हिंदी में अध्ययन और लेखन के लिए प्रेरित करती है।
7. तकनीकी और आधुनिक हिंदी का प्रसार:
आज की हिंदी केवल साहित्य तक सीमित नहीं है। विज्ञान, प्रौद्योगिकी, प्रशासन और विधि जैसे क्षेत्रों की हिंदी पुस्तकें प्रदर्शनी में शामिल कर लोगों को इन क्षेत्रों में हिंदी के प्रयोग से परिचित कराया जाता है।
हिंदी पखवाड़ा के इस अवसर पर आयोजित यह प्रदर्शनी सभी के लिए ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक सिद्ध हुई।
"हिंदी भाषा का करो सम्मान, यही है देश का अभिमान!"
"हिंदी पखवाड़ा पुस्तक प्रदर्शनी की झलकियाँ"👇